- एमएफओआई अवार्ड के लिए 22,000 से अधिक किसानों कराया नामांकन
- मुजफ्फरपुर से राज किशोर सिंह कुशवाहा को एमएफओआई अवार्ड के लिए चयन
बिहार प्रांत के मुजफ्फरपुर मुशहरी के नरौली गांव के प्रगतिशील किसान राज किशोर सिंह कुशवाहा, जिन्हें 'एप्पल मैन' के नाम से जाना जाता है, को दिल्ली में आयोजित एक विशेष समारोह में एमएफओआई (मिलेनियर फॉर्मर ऑफ इंडिया) अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान कृषि क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान और उनके द्वारा सेब की खेती में किए गए नवाचारों को ध्यान में रखते हुए दिया जा रहा है।
सेब की खेती में सफलता की कहानी
राज किशोर कुशवाहा ने 2018 में राजस्थान के सीकर जिले के एक किसान से प्रेरणा लेकर सेब की खेती की शुरुआत की। इसके लिए उन्होंने हिमाचल प्रदेश से सेब के पौधे लाकर अपने खेतों में लगाए। वर्तमान में, उन्होंने लगभग 1/2 एकड़ जमीन में 250 सेब के पौधे लगाए हैं, जिससे हर मौसम में लाखों रुपये की आमदनी हो रही है। खास बात यह है कि उन्होंने सिर्फ जैविक खाद और न्यूनतम संसाधनों का उपयोग करते हुए यह सफलता हासिल की। साथ ही, लीची और आम की भी खेती कर रहे हैं।
अन्य किसानों के लिए प्रेरणा
उनकी खेती से प्रेरित होकर मुजफ्फरपुर के कई अन्य किसान भी सेब की खेती में रुचि दिखा रहे हैं। राज किशोर किसानों को तकनीकी सहायता और सेब के पौधे उपलब्ध कराते हैं, जिससे क्षेत्र में एक नई कृषि क्रांति का आगाज हो रहा है। उनकी इस उपलब्धि ने मुजफ्फरपुर को लीची के अलावा सेब की खेती के लिए भी पहचान दिलाई है।
आयोजन और विशेष अतिथि
मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया कोऑर्डिनेटर रौशन कुमार ने बताया, एमएफओआई अवार्ड्स 2024 में कृषि नवाचार का जश्न मनाया जाएगा, जिसमें वैश्विक नेता, स्टार किसान और दूरदर्शी वक्ता एक साथ नजर आएंगे. इस सम्मान समारोह में 22,000 से अधिक किसानों ने नामांकन कराया है परंतु कार्यक्रम में 1,000 प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया जाएगा और खेती के भविष्य को प्रेरित करने वाली परिवर्तनकारी कार्यों को प्रदर्शन किया जाएगा. यह भव्य कार्यक्रम 1-3 दिसंबर, 2024 को IARI ग्राउंड, पूसा, नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में नितिन गडकरी सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, प्रो. रमेश चंद नीति आयोग के सदस्य, भागीरथ चौधरी मंत्री कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, मुख्य संरक्षक डॉ हिमांशु पाठक महानिदेशक-आईसीएआर, संरक्षक डॉ यू.एस. गौतम उप महानिदेशक-आईसीएआर, डॉ तिलक राज शर्मा निदेशक एवं कुलपति-आईसीएआर, श्री एम.सी. डोमिनिक संस्थापक एवं प्रधान संपादक-कृषि जागरण, संयोजक डॉ राजर्षि रॉय बर्मन एडीजी-आईसीएआर, डॉ. आरएन पडारिया संयुक्त निदेशक-आईसीएआर, स. डोमिनिक प्रबंध निदेशक-कृषि जागरण, आयोजन सचिव डॉ. एसके झा प्रधान वैज्ञानिक विस्तार-आईसीएआर, श्री राजीव लाल संयुक्त निदेशक प्रशासन-आईसीएआर, ममता जैन समूह संपादक एवं सीईओ-कृषि जागरण, पुरुषोत्तम रूपाला पूर्व मंत्री मत्स्यपालन-पशुपालन और डेयरी के रूप में देश के कृषि विशेषज्ञ, नीति-निर्माता और किसान नेता शामिल होंगे।
भारतीय किसानों के नवाचारों को पहचान देने का एक मंच
यह कार्यक्रम केवल एक सम्मान समारोह नहीं, बल्कि भारतीय किसानों के नवाचारों को पहचान देने और उन्हें प्रेरित करने का एक मंच है। राज किशोर की यह सफलता दिखाती है कि यदि समर्पण और नवीनता हो तो असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है। उनकी इस उपलब्धि पर कॉर्डिनेटर रौशन कुमार, आत्मा पी.डी. विनोद कुमार, केवीके तुर्की के वैज्ञानिक व अध्यक्ष डॉ मोतीलाल मीना, डॉ रोहित मौर्य, डॉ निधि, प्रखंड कृषि पदाधिकारी शत्रुघ्न प्रसाद, बीटीएम श्रुति कुमारी, एटीएम पूजा कुमारी, BHO हरिशिकेश ने बधाई दी।
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