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आत्मा की ओर से प्रगतिशील किसानों का राज्य से बाहर परिभ्रमण

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Phuldeo Patel

मुजफ्फरपुर। आत्मा योजना अन्तर्गत मुजफ्फरपुर जिले के पन्द्रह प्रखण्ड के 24‌ किसानों को राज्य से बाहर भ्रमण के लिए दिनांक 18 दिसंबर से 22.दिसंबर तक उत्तर प्रदेश के नवाबों के शहर लखनऊ में किसानों को भारतीय गन्ना अनुसंधान केन्द्र लखनऊ में परिभ्रमण कराया गया।   
आत्मा की ओर से प्रगतिशील किसानों का राज्य से बाहर परिभ्रमण
परिभ्रमण में मुख्य रूप से गन्ने की खेती की जानकारी प्राप्त हुई। गन्ने की खेत में संयुक्त रूप से 15-20 प्रकार की फसले लगा सकते है। जैसे- लहसुन, प्याज, हरी मिर्च, पालक, बन्दा गोभी, फूलगोभी, मेथी, आलू, टमाटर, बैगन, मूली, विन्स, के साथ दलहन-तेलहन, चना, मसूर, मटर, खेसारी, मूंग, सरसों, तोडी, स्वाविन, तीसी, मेथी इत्यादि फसलों के लिए उपयुक्त है। 

भारतीय गन्ना अनुसंधान लखनऊ के वैज्ञानिक जय प्रकाश वर्मा एवं अरुण बैठा ने गन्ने से अच्छी गुणवत्तापूर्ण गुड़ के संबंध में विशेष जानकारी दी। वही सुगंधित एवं औषधीय पौधों के लिए सीएसआईआर केन्द्रीय औषधालय संस्थान लखनऊ में वैज्ञानिक राम प्रवेश यादव ने सभी किसानों को मानव जीवन में खानपान से हो रही बीमारियों के संबंध में बताया। सबसे ज्यादा रासायनिक खादों से उपजे फसलों को जहर के रूप में खाने को तैयार है। जैविक खेती की ओर अग्रसर होना बहुत जरुरी है। कुछ औषधीय पौधों है जिन्हें सेवन करने से मनुष्य सेहतमंद रह सकता है। लेमन ग्रास, तुलसी, नीबू, पंचौती, गुलेबबूना, जिरोनियम, रोजमेरी, अलवेरा, स्टिविया, अज्जवाईन, मेंथी सतावर आदि  हजारों औषधीय पौधों हैं। वैज्ञानिक डॉक्टर राम सुरेश वर्मा प्रधान वैज्ञानिक ने सभी किसानों को विस्तार से समझाया।
आत्मा की ओर से प्रगतिशील किसानों का राज्य से बाहर परिभ्रमण
राज्य के बाहर किसानों को भ्रमण के लिए मुजफ्फरपुर आत्मा के द्वारा सूरज कुमार तकनीकी सहायक प्रबंधन सकरा प्रखण्ड के द्वारा कई स्थानों पर परिभ्रमण कराया। काशीराम ग्रीन इक्को पार्क, डां अम्बेडकर पार्क, राष्ट्रीय उद्यान लखनऊ, प्राचीनतम काल की धरोहर भूलभुलैया, एशिया का सबसे बड़ा लुलू मॉल, जानेश्वर पार्क, विधानसभा, कवीर रोड, मुख्यमंत्री आवास इत्यादि स्थानों पर भ्रमण कराया गया है। विभिन्न ब्लॉक से आये किसान महेश प्रसाद ठाकुर ने बताया कि हम लोग गन्ना की खेती तो नहीं करते हैं, लेकिन गन्ना के खेतों में मिश्रित खेती की जानकारी मिली। 

राज्य के बाहर के भ्रमण के जिले के मुशहरी प्रखण्ड से रंजीत कुमार, मुरौल से संजीत कुमार, अमरेश झा, सकरा से लक्ष्मी कुमार, रामानंद प्रसाद, बंदरा से मदन मोहन कुमार, गायघाट से संतोष कुमार साथी, केशव झा , कटरा से नंद किशोर यादव, औराई से चंदन कुमार, मीनापुर से हैदर अली, फूल बाबू राय, कांटी से गगन देव राय, मोतीपुर से नीरज कुमार, साहेबगंज से रुपेश कुमार सिंह, गणेश तिवारी, पारु से फूलदेव पटेल, मधुरेश कुमार भगत, सरैया से नितेश कुमार, मडवन से जितेंद्र कुमार कुशवाहा, रायबहादुर भगत, और सकरा प्रखण्ड से सूरज कुमार आदि किसानों ने राज स्तरीय भ्रमण किया।

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